Homeश्री पन्चाध्यायी- Sree Panchadhayee श्री पन्चाध्यायी- Sree Panchadhayee Neha Kakkar 17:46 0 ओंकारं बिन्दुसंयुक्तं नित्यं ध्यायन्ति योगिनः कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नम:-अविरलशब्दघनौघप्रक्षालितसकलभूतलकलंका मुनिभिरूपासिततीर्था सरस्वती हरतु नो दुरितान्-अज्ञानतिमिरान्धानां ज्ञानाञ्जनशलाकया चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्रीगुरवे नम: Newer Older